
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का वक्तव्य
टीसीआईएल परिवार के मेरे प्रिय साथियों,
आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। इस प्रतिष्ठित कंपनी में चार वर्ष पूरे करते हुए मुझे अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है।
दूरसंचार विभाग में पिछले 31 वर्षों की भांति ये चार वर्ष भी बहुत जल्दी बीत गए हैं। टीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभालने के पश्चात मुझे हमेशा से ही यह ज्ञात रहा है कि मेरे कंधों पर जो जिम्मेदारी है, वह वैयक्तिक और व्यावसायिक दोनों ही स्तरों पर अत्यंत चुनौतीपूर्ण है और मुझे पूरी सजगता के साथ इसका निर्वाह करना है।
अभी तक यह यात्रा कई मायनों में परिवर्तनकारी रही है। इस अवधि के दौरान कंपनी ने अभूतपूर्व वृद्धि और प्रतिष्ठा अर्जित की है। वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी ने 2603 करोड़ रु. का टर्नओवर हासिल किया, विगत वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत की सशक्त वृद्धि व साथ ही 4500 करोड़ रु. की ऑर्डर बुकिंग प्राप्त की। कोविड काल के दौरान विकास की जो गति धीमी हो गई थी, आपकी कंपनी उस से पूरी तरह से बाहर निकलने में सफल रही है। निश्चित रूप से टीसीआईएल इस समय अप्रत्याशित वृद्धि के दौर से गुज़र रहा है।
आप की कंपनी विकास के पथ पर जैसै-जैसे आगे बढ़ रही है, चरणबद्ध और प्रक्रियाबद्ध तरीके से निर्णय लेने की अनिवार्यता भी बढ़ गई है। निश्चित रूप से टीसीआईएल ने इस दिशा में बड़े कदम रखे हैं-
- संगठन के भीतर उत्पादकता, प्रभावशीलता, कम समय में निर्णय लेने की क्षमता और उत्तरदायित्व की भावना को और बेहतर बनाने के लिए कार्यपालक अधिकारियों को विभिन्न स्तरों पर सशक्त बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं। शक्तियों के प्रत्यायोजन की संरचना टीसीआईएल के व्यावसायिक मॉडल के लिए उपयुक्त है जहां कि हम बाहर से वस्तुएं और सेवाएं procure करते हैं और अपने कार्यार्थियों को इसकी प्रदायगी करते हैं। अपने साझेदारों / वेंडरों/ ओईएम को समुचित और सार्थक रूप से सशक्त करते हुए हमने प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त किया है।
- हमने ऐसा व्यावसायिक मॉडल तैयार किया है जो आज की तेज़ी से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ आत्मसात कर सके जैसे कि –"डिजिटल रूपांतरण", "उभरती प्रौद्योगिकी", "डेटा सेंटर और साइबर सुरक्षा", "दूरसंचार", "आपूर्ति शृंखला प्रबंधन" और "आधारभूत संरचना" ।
- विभिन्न लागत-प्रभावी प्रक्रियाओं को अपनाते हुए विशेष और अपेक्षित कौशल के साथ संसाधनों को इकट्ठा करना ।
- हमारे अधिकारी हमारी पूंजी है। "व्यवहारात्मक, कार्यात्मक और अपने डोमेन संबंधी ज्ञान" के संबंध में हम उन्हें निरंतर प्रशिक्षण प्रदान करते हैं ताकि तेज़ी से बदलते कार्य वातावरण में उनकी क्षमता में कोई कमी न आए।
- हमने टीसीआईएल के अपने सभी कर्मचारियों के लिए पारदर्शी और कोडीकृत एचआर नीतियां तैयार की हैं जिसके तहत वरिष्ठता सूची का निरंतर प्रकाशन करना, एचआर चार्टर, समयबद्ध पदोन्नतियां, मेडिकल ओपीडी सीमा को बढ़ाना जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
- पिछले तीन वर्षों के दौरान टीसीआईएल की आय में 47 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है जहां प्रति कर्मचारी आय 72 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3.6 करोड़ रु. हो गई है जोकि समानरूपी स्पर्धी कंपनियों के बीच सर्वाधिक है।
- टीसीआईएल की ईबीआईटीडीए (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमूर्तिकरण पूर्व आय) में पिछले 3 वर्षों में 44 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है और प्रति कर्मचारी ईबीआईटीडीए 67 प्रतिशत बढ़कर 17 लाख रु. हो गया है जो कि टीसीआईएल की प्रतिस्पर्धी कंपनियों में छठा सर्वाधिक है।
- समेकित आधार पर आपकी कंपनी को वित्त वर्ष 2020-21 में 259 करोड़ रु. की हानि हुई थी जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में 527 करोड़ रु. का लाभ हुआ।
- वर्ष 2021 में भारती हैक्साकॉम में टीसीआईएल की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी का मूल्य 5260 करोड़ रु. था और टीसीआईएल के प्रयासों को चलते बीएचएल के लाभप्रद स्थिति में आने के बाद वर्ष 2022 में इसका मूल्य 9500 करोड़ रु. तक बढ़ गया । अप्रैल 2024 में सफल आईपीओ के माध्यम से बीएचएल की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के साथ 4275 करोड़ रु. प्राप्त किए गए । शेष 15 प्रतिशत हिस्सेदारी का वर्तमान बाज़ार मूल्य 10,650 करोड़ रु. है। इस प्रकार, भारत सरकार को 2021 में प्रारंभिक मूल्यांकन के ऊपर 10000 करोड़ रु. और अनुमोदित मूल्यांकन के ऊपर 5400 करोड़ रु. का लाभ होगा । बीएचएल में इक्विटी हिस्सेदारी का विनिवेश टीसीआईएल की उस पारदर्शी विनिवेश प्रक्रिया का प्रमाण है जो भारत सरकार को सर्वश्रेष्ठ प्रतिफल देने में सफल रही।
- टीसीआईएल स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया ।
- कर्मचारियों और प्रभागों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए संगठन की ओर से "सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी" और "सर्वश्रेष्ठ प्रभाग" जैसे पुरस्कारों की शुरुआत की गई।
अपने उद्योग की अग्रज कंपनी के रूप में हमारी कंपनी टीसीआईएल की ब्रांड छवि को और बेहतर करने और मूल्यों में वृद्धि करने के लिए घरेलु और अंतरराष्ट्रीय दोनो स्तर पर नूतनकारी उपाय कर रही है।
मैं विशेष रूप से अपने सहयोगियों श्री अरुण कुमार चौबे, निदेशक (परियोजनाएं), श्री डी. पोरपाथासेकरन, निदेशक (तकनीकी) और श्री सुराजीत मोंडल, निदेशक (वित्त) और हमारे सभी कार्यपालक निदेशकों के संबंध में पूरी तरह से आशावान हूं कि उनके सहयोग, अनुभव और कौशल के बल पर कंपनी निश्चित रूप से सर्वोच्च बुलंदियों तक पहुंचेगी।
मैं आशा करता हूं कि प्रत्येक कर्मचारी अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करना जारी रखेगा ताकि टीसीआईएल अपने दृष्टिपथ और लक्ष्य को प्राप्त कर सके। टीसीआईएल की प्रतिष्ठा आप की प्रतिष्ठा है और केवल आप लोग ही इसका मान बुलंद रख सकते हैं।
मैं कंपनी के प्रत्येक कर्मचारी को धन्यवाद देता हूं जिन के समर्पित प्रयासों के बल पर एक बहुत कठिन और चुनौतीपूर्ण समय में भी कंपनी ने निरंतर बेहतर प्रदर्शन किया। मैं विभिन्न सार्वजनिक संगठनों और प्राधिकरणों, कंपनी के अमूल्य ग्राहकों, आपूर्तिकर्ताओं, विक्रेताओं, निवेशकों, बैंकरों और हितधारकों का भी निरंतर सहयोग और समर्थन बनाए रखने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। आइए, मेरे साथ प्रण लें कि हम जिस भूमिका, जिस उत्तरदायित्व का निर्वाह कर रहे हैं उसके प्रति पूरी निष्ठा, समर्पण भाव और सहयोग रखेंगे।
एक साथ मिलकर, हम सभी निष्ठा और विश्वास की नींव पर खड़ी अपनी टीसीआईएल को ‘ग्राहकों की पहली पसंद’ के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुप्रसिद्ध लेखक नेपोलियन हिल ने कहा था- "शक्ति और विकास केवल निरंतर प्रयासों और संघर्ष के बल पर ही प्राप्त किए जा सकते हैं."
आइए, मिलकर अपनी इस यात्रा को सार्थक करें। धन्यवाद।
संजीव कुमार, आईटीएस,
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक