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अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
श्री संजीव कुमार , 1988 बैच के आईटीएस अधिकारी हैं। उन्होंने दिनांक 27 जनवरी 2021 को टीसीआईएल में कार्यभार ग्रहण किया है। टीसीआईएल में आने से पूर्व वे महानगर टेलीफोन निगम लि. (एमटीएनएल), नई दिल्ली में निदेशक (तकनीकी) पद पर कार्यरत थे।;
सदैव सकारात्मक परिणाम पर केंद्रित रहने वाले श्री कुमार को टेलीकॉम नेटवर्क के नियोजन, बड़े स्तर के परियोजना प्रबंधन, संस्थापना, परिचालन व रखरखाव का 30 वर्ष से भी अधिक का विविध और व्यापक कार्यानुभव है। उन्होंने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलावा जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर, लद्दाख और सियाचिन घाटी तथा हिमाचल प्रदेश और उत्तर पूर्व के अत्यंत दुर्गम और आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी कार्य किया है। उन्हें प्राकृतिक आपदा के दौरान दूरसंचार नेटवर्क की पुनर्स्थापना, व्यापार विकास विपणन, बिक्री के साथ-साथ कठिन परिचालन, दूरसंचार बाज़ार का विश्लेषण, व्यावसायिक, विपणन व तकनीकी नियोजन करना, वित्तीय प्रारूपण, वित्तीय मूल्यांकन और बड़े स्तर की दूरसंचार परियोजनाओं का लागत—प्रभावी विश्लेषण करने का भी अनुभव प्राप्त है। उन्होंने खाड़ी देशों, अफ्रीकी क्षेत्र और नेपाल में भी दूरसंचार कंपनियों के अर्जन और नए दूरसंचार लाइसेंस प्राप्त करने हेतु एमटीएनएन की ओर से बहुमिलियन डॉलर के निवेश प्रस्ताव तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री कुमार को संगठन पुनर्संरचना, मानव संसाधन प्रबंधन और विकास, अंतर-सांस्कृतिक प्रबंधन और नेतृत्वकारी भूमिका निभाने और अत्यंत कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य वातावरण में प्रशासन और प्रबंधन का नेतृत्व करने का अनुभव प्राप्त है।
उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल-2010 में दूरसंचार नेटवर्क परियोजना कार्यान्वयन, मुंबई शहर में निगरानी व वाई-फाई सुरक्षा परियोजना, वर्ष 2013 में एमटीएनएल के पुनरोद्धार योजना के कार्यान्वयन और हाल ही में वर्ष 2019 में केबिनेट द्वारा अनुमोदित बीएसएनएल व एमटीएनएल के पुनरोद्धार पैकेज जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एमटीएनएल में उनका प्रगाढ़ अनुभव निश्चित रूप से टीसीआईएल के लिए अत्यंत मूल्यवान सिद्ध होगा।
श्री संजीव कुमार बीआईटीएस पिलानी से इलैक्ट्रॉनिक्स एंड कंट्रोल में स्नातकोत्तर हैं और उन्होंने एफएमएस दिल्ली विश्वविद्यालय से पूर्णकालिक एमबीए की है। -
निदेशक (परियोजना)
श्री अरुण कुमार चौबे 1987 बैच के भारतीय दूरसंचार सेवा के अधिकारी हैं। टीसीआईएल में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व, वे दूरसंचार विभाग, नई दिल्ली में डीडीजी (एनओसीसी) पद पर कार्यरत थे।
अपने 33 वर्षों के लंबे कार्यकाल में आपने दूरसंचार विभाग और बीएसएनएल में विभिन्न पदों पर कार्य किया। श्री चौबे को प्रशासन के विभिन्न क्षेत्रों तथा सीपीएसयू सेटअप में कार्य करने का व्यापक अनुभव प्राप्त है। एक प्रेरणादायी और लक्ष्यकेंद्रित अधिकारी के रूप में इन्होंने परियोजना प्रबंधन, अनुबंध प्रशासन, सामग्री और मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञता प्राप्त की।
इन्हें पारेषण, स्विचिंग, मोबाइल, सेटेलाइट, अत्याधुनिक मध्यम एवं बड़े स्तर की सू.प्रौ. व टेलीकॉम नियोजन, परिचालन व ररखाव में व्यापक अनुभव प्राप्त है तथा इन क्षेत्रों में आपने कई नूतन कार्य किए हैं। श्री चौबे के पास निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने और उपलब्ध संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करने की विशेष क्षमता है और वे परिचालन व रखरखाव गतिविधियों के साथ परियोजना निष्पादन के सभी पहलुओं को प्रबंधित करते हैं। वे एक ऐसे लीडर हैं जो परिष्कृत व्यावसायिक सूझबूझ रखते हैं और अपने कर्मचारियों के मनोबल को सदैव ऊंचा रखते हुए उन्हें कंपनी के प्रति अपना शतप्रतिशत योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
बीएसएनएल में अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें कारपोरेट स्तर पर व्यापक नियोजन, टेंडरिंग, ओएफसी, डीडब्ल्यूडीएम, जीओएफएनएमएस, आईपी-एमपीएलएस, माइक्रोवेव, सेटेलाइट, यूएनएमएस और भवन परियोजना के कार्यान्वयन और अनुवीक्षण के साथ पैन इंडिया एनएफएस रक्षा परियोजना हेतु अधिकृत टेलीकॉम नेटवर्क में विशेष भूमिका निभाई है। आपने एनएफएस टेंडरों के मूल्यांकन और उन्हें अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा एनएफएस परियोजनाओं के बजट को 13,000 से 25,000 करोड़ तक ले जाने के प्रस्ताव को सफलतापूर्वक तैयार किया और डीसीसी, नीति आयोग और सीसीईए से स्वीकृत करवाया।
आपने बीएसएनएल के उ.प्र. (पूर्व) मंडल में जीएसएम मोबाइल नेटवर्क और ग्रामीण ब्राडबैंड (एनओएफएन परियोजना) के सातवें चरण के नियोजन और सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, इन्होंने उ.प्र. (पूर्व) मंडल के 11000 से भी अधिक कर्मचारियों की मा.सं. गतिविधियों को प्रभावशाली ढंग से प्रबंधित किया। वर्ष 2013 में प्रयागराज के महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए नए शहर में 50 मोबाइल बीटीएस स्थापित करने के अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए इन्हें माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा सम्मानित व पुरस्कृत भी किया गया।
श्री अरुण कुमार चौबे रुड़की विश्वविद्यालय (वर्तमान में आईआईटी रुड़की) से इलैक्ट्रॉनिक्स व कम्युनिकेशन में इंजिनियरिंग स्नातक हैं। -
निदेशक (तकनीकी)
श्री डी. पोरपाथासेकरन, 1988 बैच के भारतीय दूरसंचार सेवा के अधिकारी हैं जिन्होंने भारतियार विश्वविद्यालय से इलैक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन्स इंजिनियरिंग और अलगप्पा विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एमबीए की डिग्री प्राप्त की है। टीसीआईएल में निदेशक(तकनीकी) का पदभार ग्रहण करने से पहले आप कार्यपालक निदेशक (आईटी एंड टेलीकॉम) पद पर कार्यरत थे। आपको विभिन्न संगठनों यानि आईटीआई/दूरसंचार विभाग/बीएसएनएल/टीसीआईएल/आईसीएसआईएल में दूरसंचार के विभिन्न क्षेत्रों में 33 से भी अधिक वर्षों का कार्यानुभव प्राप्त है। आपने भारत और विदेश के विभिन्न भागों/क्षेत्रों में कार्य किया है।
श्री पोरपाथासेकरन को परियोजना प्रबंधन, सामान्य प्रबंधन, बिक्री और विपणन तथा उद्यम व्यापार में विशेषज्ञता प्राप्त है। वे कॉरपोरेट स्तर पर विभिन्न तकनीकी समितियों और मूल्य निर्धारण समितियों में शामिल रहे हैं। ब्रॉडबैंड नेटवर्क सर्किल, बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक के तौर पर आपने वाई-फा एनओसी, एनएमएस एनओसी, एसएसटीपी एनओसी, एनआईबी-पी3 ओएसएस/बीएसएस एनओसी के परिचालन एवं रखरखाव का कार्य किया है।
बीएसएनएल में, इन्होंने दक्षिणी अंचल नोडल केंद्र, टीएन मोबाइल परिचलानों का नेतृत्व किया और थोड़ी सी अवधि में ही सेलम, तिरची और कोएंबटूर के टेलीकॉम जिलों में कार्य किया।
टीसीआईएल में वर्ष 2001 से 2006 तक प्रतिनियुक्ति पर आपने तमिलनाडू, दक्षिणी क्षेत्र, नाइजीरिया, आईसीएसआईएल और कुवैत में परियोजना निदेशक के तौर पर कार्य किया और विभिन्न टर्नकी परियोजनाओं और टेलीकॉम नेटवर्क्स के परिचालन और रखरखाव संबंधी परियोजनाओं का निष्पादन किया। आपने प्रशिक्षण, कार्यशालाओं, तकनीकी प्रदर्शनियों और वैलिडेशन इत्यादि के लिए समय-समय पर विदेशों में भी प्रतिनियुक्ति पर कार्य किया।
अपने करियर के दौरान आपने सभी विभिन्न उत्तरदायित्वों का पूरी भलि-भांति निर्वाह किया और एक टीम लीडर के दौर पर कर्तव्यपरायणता का आदर्श स्थापित किया।
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निदेशक (वित्त)
श्री सुराजीत मोंडल भारतीय डाक व तार लेखा एवं वित्त सेवा के 1995 बैच के अधिकारी हैं। दूरसंचार सेक्टर में उनके पास एक व्यापक व प्रगाढ़ अनुभव है। अपने 27 से भी अधिक वर्षों के करियर में आपने दूरसंचार विभाग और बीएसएनएल में विभिन्न पदों पर कार्य किया। आपने शुल्क व आय से जुड़े पॉलिसी मामलों, बीएसएनएल की 4जी सेवाओं हेतु व्यापार नियोजन, बीएसएनएल की आठवें चरण की मोबाइल परियोजनाओं, एलडब्ल्यूई प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क का कार्यान्वयन सहित राष्ट्रीय महत्व की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा किया।
आपको वित्त, लेखा, बजटिंग, कराधान और प्राप्ति संबंधी विभिन्न कार्यों में विशेषज्ञता प्राप्त है। आपने जिन क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर कार्य किया, वे हैं - वार्षिक वित्तीय समापन कार्य, विभिन्न सांविधिक अनुपालनों को सुनिश्चित करना, कंपनी की ईआरपी को सुव्यवस्थित करना ताकि विक्रेता भुगतान को केंद्रीकृत किया जा सके, इत्यादि
दूरसंचार विभाग की लाइसेंसिंग शाखा के निदेशक के रूप में आपने दूरसंचार के क्षेत्र में विनियामक रूपरेखा तैयार करने में अनुभव प्रात किया है। पूर्व में आप स्वीडन में प्रशिक्षण कार्यक्रम और आईटीयू स्टडी ग्रुप परिचर्चा में भी भाग ले चुके हैं।
श्री सुराजीत मोंडल जाधवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता से इलैक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशंस इंजिनियरिंग में स्नातक है और आपने आईआईएम कोजिकोड़ से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया है। आपने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय, वाशिंग्टन डी.सी. से संगठनात्मक विकास और परिवर्तन नेतृत्व कार्यक्रम में भी प्रमाणपत्र प्राप्त किया है। -
निदेशक (सरकारी नामिति)
श्री देवेंद्र कुमार राय 2000 बैच के भारतीय रक्षा लेखा सेवा अधिकारी हैं जो वर्तमान में 22 फरवरी 2024 से दूरसंचार विभाग में संयुक्त सचिव, टेलीकॉम के रूप में कार्यरत हैं। आपने विज्ञान संस्थान, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से एम.एससी(भौतिकी) किया है और आईआईटी कानपुर से एम.टैक किया है।
विभिन्न क्षेत्रों में दी गई अपनी सेवाओं में आप रक्षा मंत्रालय में वित्तीय नियंत्रक के रूप में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। आपने अफ्रीका में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के साथ काम किया है। आपने सेना, नौसेना, सीमा सड़क संगठन और भारतीय तटरक्षक में अपनी सेवाएं दी हैं तथा सातवें केंद्रीय वेतन आयोग में निदेशक और पोत परिवहन में निदेशक, सागरमाला के रूप में भी कार्य किया है। आपने रक्षा मंत्रालय में जेएस (संस्थापना, नियोजन और संसद) और एफएम (समुद्री तंत्र) के रूप में भी कार्य किया है।
श्री राय ने चीन, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया में प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाओं में भाग लिया है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर कई सम्मेलनों में अपने उद्गार रखे हैं।
श्री राय को रक्षा मंत्रालय में सूचना प्रौद्योगिकी तंत्र के कार्यान्वयन के लिए ‘रक्षा मंत्री’ पुरस्कार और भारतीय सेना के जेसीओ/एनसीओ के लिए भुगतान तंत्र को व्यवस्थित करने के लिए रक्षा प्रमुख से प्रशंसा पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है।
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निदेशक (सरकारी नामिति)
अभय कुमार सिंह, 1992 बैच के आईपी एवं टीएएफएस अधिकारी हैं। आप वर्तमान में दूरसंचार विभाग में वरि. उप महानिदेशक (एलएफए) पद पर तैनात हैं। आपने एआईएमए, नई दिल्ली से वित्तीय प्रबंधन पर स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया है। आपको दूरसंचार सेक्टर में विगत 30 वर्षों में विभिन्न क्षमताओं पर कार्य करने का अनुभव प्राप्त है। आप वर्ष 2009-2011 के दौरान झारखंड सरकार में झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड में सदस्य (वित्त व राजस्व) पद पर कार्यरत रहे। वर्ष 2019-2021 तक आप तीन वर्षों के लिए बीएसएनएल बोर्ड में सरकारी निदेशक पद पर कार्यरत रहे। आप वर्ष 2019-2023 के दौरान राष्ट्रमंडल दूरसंचार संगठन (सीटीओ) के वित्त व लेखापरीक्षा समिति (सीएसी) के सदस्य रहे हैं।
