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टेरेस्ट्रियल ट्रंक्ड रेडियो और डिजिटल मोबाइल रेडियो

टेट्रा (टेरेस्ट्रियल ट्रंक्ड रेडियो) यूरोपियाई दूरसंचार मानक संस्थान (ईटीएसआई मानक ईएन 300 292) द्वारा विकसित किय गया है एक खुला मानक है। टेट्रा को सरकारी एजेंसियों, आपातकालीन सेवाओं (पुलिस बल, अग्निशमन विभाग, एम्बुलेंस), सार्वजनिक सुरक्षा नेटवर्क, रेल रेडियो के लिए रेल परिवहन स्टाफ़ हेतु, परिवहन सेवाओं और सेना के उपयोग के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया था। टेट्रा प्रौद्योगिकी को ईटीएसआई मानक के तहत प्रभाव में लाया गया और इसे भारत में विभिन्न सरकारी विभागों और एजेंसियों द्वारा अपनाया गया है। सैल्युलर नेटवर्क के विपरीत टेट्रा नेटवर्क का डिज़ाइन एक बड़े सैल की अवधारणा पर आधारित है। चूंकि टेट्रा नेटवर्क में सैल का आकार छोटा होता है अत: अलग-अलग सैल के साथ समायोजित करने के लिए इसे विविध फ्रीक्वेंसियों की आवश्यकता होती है। टीसीआईएल टेट्रा (टेरेस्ट्रियल ट्रंक्ड रेडियो) और डीएमआर (डिजिटल मोबाइल रेडियो) दोनों ही क्षेत्रों में टर्नकी और परामर्शी सेवाएं प्रदान करती है। टीसीआईएल ने नवीनतम टीईए3 एयर इंटरफ़ेस एन्क्रिप्शन और एईएस 128 एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (संचार की सुरक्षा हेतु) का कार्यान्वयन किया है, जिसे भारत में पहली बार नेटवर्क के लिए स्थापित किया गया है। हमें प्रमाणीकरण, एयर इंटरफ़ेस एन्क्रिप्शन और ऑटोमेटिक पर्सनल लोकेशन पोज़िशनिंग सिस्टम के साथ एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन में भी विशेषज्ञता प्राप्त है।

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, रा.रा.क्षे. दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) परियोजना

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, रा.रा.क्षे. दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी), ने नवीनतम टेरेस्ट्रियल ट्रंक्ड रेडियो (टेट्रा) संचार तकनीकी पर आधारित सुरक्षित संचार नेटवर्क का कार्यान्वयन किया है। परियोजना का उद्देश्य एक ऐसी प्रभावशाली संचार प्रणाली प्रदान करना है जो सरकारी एजेंसियों यानि की दिल्ली पुलिस, एमसीडी, स्वास्थ्य, अग्निशमन, राष्ट्रमंडल खेल संगठन समिति (जिसने वर्ष 2010 में और इसके बात आगे सात वर्ष के लिए दिल्ली सरकार के साथ संयुक्त रूप से कार्य किया) और दिल्ली सरकार के बीच एक सुरक्षित, निर्बाध, द्रुत और सहज संचार नेटवर्क स्थापित हो सके। आपदा प्रबंधन अनुप्रयोगों में भी निर्बाध संचार क्षमता प्रदान करना भी इस परियोजना की एक प्रमुख विशेषता है।.
नवीनतम टीईए3 एयर इंटरफ़ेस एन्क्रिप्शन और एईएस 128 एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (संचार की सुरक्षा हेतु) का जर्मनी से आयात किया गया और भारत में पहली बार नेटवर्क में प्रयोग में लाया गया।

विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने राष्ट्रमंडल खेल 2010 के दौरान इस तकनीक का उपयोग किया और आज सर्वाधिक सुरक्षित तरीके से अंतर-विभागीय संचार हेतु इस नेटवर्क का उपयोग किया जा रहा है। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान, दिल्ली भर में विभिन्न संबंधित एजेंसियों द्वारा टेट्रा रेडियो टर्मिनलों का व्यापक स्तर पर उपयोग किया गया और खेल स्थलों, नियंत्रण कक्षों, डीटीसी बसों के लिए उपयोग किए जाने वाले मार्गों, सभी खिलाड़ियों को एयरपोर्ट/खेल गांव से खेल स्थलों पर लाने और वापिस छोड़ने जैसे कार्यों के लिए इस तकनीक का उपयोग किया गया। राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन और समापन स्थल जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम था जहां इंडोर व आउटडोर आरएफ़ कवरेज प्रदान करना एक प्रमुख चुनौती थी पर टीसीआईएल के मार्गदर्शन में इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आरएफ़ कवरेज प्रदान करने की त्रुटिहीन व्यवस्था की गई जिसे टेट्रा रेडियो सेट्स का उपयोग करने वाले सभी संबंधित लोगों विशेषकर विदेशी प्रतिनिधिमंडल द्वारा जमकर सराहा गया। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रमंडल खेल 2010 के आयोजन को लेकर आतंकवादी संगठनों द्वारा मिल रही धमकियों के बीच इस आयोजन को एक सफल और ऐताहिसक आयोजन बनाने में टेट्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।