A- A A+ Switch to Dark Theme English

सीधे मुखपृष्ठ पर जाएं एक्सेसिबिलिटी हेल्प

हमारी उपस्थिति

नौसेना परियोजना

भारतीय नौसेना के लिए टर्नकी आधार पर ओएफसी नेटवर्क के निर्माण हेतु ओएफसी, पीएलबी डक्ट, सहायक उपकरण, ऑप्टिकल इन्वेंटरी उपकरण, फाइबर अनुवीक्षण प्रणाली. फाइबर भेदन रोकथाम प्रणाली के प्रापण, आपूर्ति, ट्रेंचिंग, बिछाना, स्थापना, परीक्षण और रखरखाव”. ”.

परियोजना का उद्देश्य 2900 किलोमीटर के ओएफसी नेटवर्क को स्थापित करना है जो पूरी तरह से भारतीय नौसेना, रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व और परिचालन के अधीन होगा और इनकी निगरानी ऑप्टिकल अनुवीक्षण उपकरणों एफटीएमएस (फ़ाइबर टेस्टिंग अनुवीक्षण प्रणाली) और एफआईपीएस (फ़ाइबर इन्ट्रूजन प्रूफ़ सिस्टम) द्वारा की जाएगी। भारतीय नौसेना के लिए संपूर्ण सुरक्षित नेटवर्क को सुनिश्चित करने के लिए इस नेटवर्क में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है। यहां तक की कुछ प्रणालियों को भारतीय नौसेना द्वारा पहली बार उपयोग में लाया जा रहा है। ओएफसी नेटवर्क मूल रूप से एक एक्सेस ओवरले नेटवर्क है जो नामित नौसेना भवनों को नौसेना जहाजों के पोतगाह क्षेत्रों से कनेक्ट करता है और किसी भी स्टेशन के सभी परिसरों में नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इस पूरे कार्य को चार (4) अचलों यानि पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी अंचल में विभाजित किया गया है तथा इस परियोजना में 19 राज्यों और 4 केंद्र शासित क्षेत्रों के मुख्य रूप से पथरीले/तटीय क्षेत्रों में 600 लिंक वाले 51 नोड्स शामिल हैं.